MEERUT के बहुचर्चित सौरभ हत्याकांड का चौंकाने वाला ट्रायल शुरू, अदालत में भाई बबलू का छलक पड़ा दर्द | News & Features Network

मेरठ के ब्रह्मपुरी इलाके में सामने आया दिल दहला देने वाला सौरभ राजपूत हत्याकांड अब अदालत की दहलीज तक पहुंच चुका है। शुक्रवार को जिला जज संजीव पांडे की अदालत में मामले का पहला बड़ा मोड़ तब आया जब वादी और मृतक सौरभ के बड़े भाई बबलू ने अदालत के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए। बबलू ने भावुक होते हुए आरोप लगाया कि सौरभ की पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने एक गहरी और सुनियोजित साजिश रचकर उसके भाई की बेरहमी से हत्या कर दी।


🧨 ‘भाई को दी हर खुशी, फिर भी पत्नी ने किया धोखा’, अदालत में बबलू का फूटा दर्द

बबलू ने अदालत में अपनी गवाही में कहा कि उसका भाई सौरभ राजपूत एक मेहनती और पारिवारिक व्यक्ति था। उसने अपने परिवार से हटकर मुस्कान से प्रेम विवाह किया और उसे हर सुख-सुविधा दी। फिर भी मुस्कान ने उसके विश्वास को तोड़ते हुए अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर उसकी नृशंस हत्या कर दी।

“मुस्कान ने घर की लक्ष्मी बनकर घातक चाल चली,” – बबलू ने भावुक स्वर में कहा।


⚖️ ट्रायल का आगाज़, बचाव पक्ष आज करेगा क्रॉस एग्जामिनेशन

जिला न्यायालय में 17 जून को मुस्कान और साहिल शुक्ला के खिलाफ आरोप तय हो चुके हैं। अब ट्रायल की शुरुआत हो चुकी है, जिसमें शुक्रवार को बबलू की गवाही हुई। अदालत ने बचाव पक्ष को शनिवार के लिए जिरह का समय दिया है। यह मुकदमा लगातार सुना जाएगा, ताकि जल्द से जल्द न्याय मिल सके।

एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने जानकारी दी कि इस चर्चित केस की सुनवाई तेजी से कराई जा रही है और न्याय की प्रक्रिया में कोई ढील नहीं बरती जाएगी।


💔 सौरभ का दिल दहलाने वाला मर्डर प्लान: जन्मदिन का जश्न, फिर सीने में चाकू

लंदन के एक मॉल में काम करने वाले और पहले मर्चेंट नेवी में सेवाएं दे चुके सौरभ राजपूत 24 फरवरी को मेरठ लौटे थे। 25 फरवरी को उन्होंने अपनी बेटी पीहू का जन्मदिन और 27 फरवरी को पत्नी मुस्कान का जन्मदिन बड़े प्यार से मनाया। किसी को भी अंदाज़ा नहीं था कि महज़ कुछ दिनों बाद वह अपनी ही पत्नी के हाथों मौत का शिकार बन जाएंगे।

3 मार्च की रात मुस्कान और साहिल ने मिलकर सौरभ की छाती में चाकू घोंप कर उसकी हत्या कर दी।


🪦 शव के किए टुकड़े, नीले ड्रम में सीमेंट भरकर छिपाया गया सबूत

हत्या के बाद दोनों ने शव को टुकड़ों में काटकर उसे एक नीले प्लास्टिक के ड्रम में भर दिया। ड्रम को सीमेंट के घोल से पूरी तरह सील कर दिया गया, ताकि कोई बदबू या सुराग न मिले। इस घिनौने अपराध को अंजाम देने के बाद मुस्कान और साहिल 5 मार्च को हिमाचल घूमने निकल गए, मानो कुछ हुआ ही न हो।

17 मार्च को दोनों मेरठ लौटे और 18 मार्च को यह हत्या उजागर हुई।


👮‍♂️ पुलिस ने खोली परतें, 19 मार्च को दोनों आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे गए

जांच के दौरान पुलिस को जब सौरभ के गायब होने की जानकारी मिली, तो संदेह की सुई मुस्कान और साहिल की ओर मुड़ी। पूछताछ में सच सामने आया। पुलिस ने सौरभ के भाई बबलू की शिकायत पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार किया। कोर्ट में पेशी के बाद 19 मार्च को दोनों को जेल भेज दिया गया, जहां वे अब तक बंद हैं।


🧠 कैसे फंसा प्रेम का जाल और बना जानलेवा प्लान?

पुलिस के अनुसार, मुस्कान और साहिल के बीच प्रेम संबंध लंबे समय से थे। सौरभ को इसका संदेह था, लेकिन उसने अपने रिश्ते को बचाने की भरपूर कोशिश की। उसने मुस्कान को हर खुशी देने की कोशिश की, विदेश की नौकरी छोड़कर भारत आया, लेकिन मुस्कान के दिल में उसके लिए नफरत और लालच पल रहा था।

यह हत्याकांड केवल एक हत्या नहीं, बल्कि भरोसे, रिश्तों और प्रेम की सबसे बड़ी गद्दारी है।


📌 समाज में उठते सवाल: क्या प्यार अब भरोसे के काबिल नहीं?

इस मामले ने समाज में रिश्तों की सच्चाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या अब प्यार सिर्फ दिखावा बन गया है? क्या अब शादी भी एक सौदा बन गई है, जिसे मौका मिलने पर तोड़ा जा सकता है?

सौरभ हत्याकांड ने समाज को हिला कर रख दिया है। हर कोई यही पूछ रहा है कि कोई पत्नी इतनी निर्दयी कैसे हो सकती है कि वह अपने बच्चे के पिता को चाकू घोंपकर मार दे?


🚨 अदालत से उम्मीद: न्याय के रास्ते पर चलेगा यह केस, अपराधियों को मिलेगी सज़ा

अब सभी की निगाहें अदालत पर टिकी हैं। जिस तरह से बबलू ने भावुक और सटीक बयान दिए हैं, उससे मुकदमे की दिशा स्पष्ट होती नजर आ रही है। अगर न्याय हुआ, तो यह केस एक नज़ीर बन सकता है उन सबके लिए जो रिश्तों के नाम पर खून की साजिशें रचते हैं।


📰 इसी तरह के मामलों की श्रृंखला: जब प्यार बना मौत का कारण

  • नोएडा का श्रद्धा हत्याकांडजिसमें आफताब ने अपनी प्रेमिका को मारकर शव को फ्रिज में रखा।

  • दिल्ली का निकिता तोमर मामलाजहां प्रेम में असफल युवक ने लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी।

ऐसे कई मामले यह साबित करते हैं कि जब प्यार अंधा हो जाता है, तो वह रिश्तों को भी निगल जाता है।


सौरभ हत्याकांड से जुड़े हर पहलू पर अब अदालत की पैनी नजर है। क्या मुस्कान और साहिल को उनकी सजा मिलेगी या फिर यह केस भी सिस्टम की लापरवाही की भेंट चढ़ेगा? इसका जवाब आने वाले वक्त में मिलेगा। लेकिन एक बात तय है—सौरभ की चुपचाप की गई हत्या अब न्याय की गूंज में बदल चुकी है।

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