आगरा के सदर क्षेत्र में 9 साल की मासूम बच्ची के साथ जो हुआ, वह किसी भी संवेदनशील व्यक्ति को झकझोर कर रख देगा। यह मामला न सिर्फ एक अपराध है, बल्कि मानवता पर एक करारा तमाचा भी है। राजस्थान से एक संगठित गिरोह द्वारा लाई गई बच्ची को एक महिला और उसके परिवार द्वारा देह व्यापार के लिए मजबूर किया गया।
🔸 ग्राहक रोज आते थे, बच्ची से कराते थे गलत काम
पुलिस को जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार आगरा के सदर क्षेत्र की एक महिला गीता के घर पर रोज ग्राहक आते थे। 9 वर्षीय मासूम बच्ची से जबरन देह व्यापार कराया जाता था। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी, सिगरेट से जलाया जाता था, और लगातार यातनाएं दी जाती थीं। पुलिस के अनुसार बच्ची ने बड़ी मुश्किल से वहां से भागकर अपनी जान बचाई।
🔸 किसान नेता ने दिखाई संवेदनशीलता, बालिका की गुहार सुनकर पहुंचाया थाने
रामबाग निवासी भारतीय किसान यूनियन स्वराज के जिलाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने इस मामले में अहम भूमिका निभाई। जब वह ग्वालियर रोड से गुजर रहे थे, तब बच्ची ने उनसे मदद की गुहार लगाई। अजय कुमार बच्ची को लेकर तुरंत पुलिस थाने पहुंचे, जहां बच्ची ने जो कुछ बताया, वह सुनकर पुलिसकर्मी तक सन्न रह गए।
🔸 बच्ची का बयान: “मेरी मां नहीं है वो… रोज लोग आते थे… मना करने पर मारती थी”
बच्ची ने पुलिस को बताया कि महिला गीता जो खुद को उसकी मां बताती थी, वास्तव में उसकी मां नहीं है। वह रोज उसे लोगों के हवाले कर देती थी और अगर वह मना करती तो उसे बुरी तरह पीटा जाता। यहां तक कि सिगरेट से दागा जाता और भूखा रखा जाता था। बच्ची ने बताया कि वह इस अत्याचार से तंग आकर भाग निकली।
🔸 पुलिस की कार्रवाई: 4 आरोपी गिरफ्तार, 5 की तलाश जारी
एसीपी हेमंत कुमार ने बताया कि पुलिस ने गीता, उसके पति मानिकचंद, गीता के बेटे अमित (जिसने बच्ची से दुष्कर्म किया) और बच्ची को 60 हजार में बेचने वाले कुनाल उर्फ राहुल उर्फ जोनी को गिरफ्तार कर लिया है। इनके खिलाफ अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम, पाक्सो एक्ट और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही कुनाल की पत्नी शालू और गीता के दूसरे बेटे की भी तलाश जारी है।
🔸 राजस्थान से होता था गिरोह का संचालन, बड़े नेटवर्क का खुलासा
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि यह कोई एक व्यक्ति का अपराध नहीं था, बल्कि एक संगठित गिरोह का हिस्सा था। राजस्थान से इस बच्ची को लाया गया था, जिससे यह साफ है कि इस गिरोह की जड़ें बहुत गहरी हैं। पुलिस को अभी तक 5 और आरोपियों के नाम मिले हैं, जिनकी तलाश में टीमें राजस्थान और यूपी के अलग-अलग शहरों में भेजी गई हैं।
🔸 महिला और उसके परिवार ने मासूम की ज़िंदगी को नर्क बना दिया
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि गीता और उसका परिवार पहले भी इस तरह की हरकतों में शामिल रहे हैं। स्थानीय लोगों ने भी बताया कि उनके घर पर अक्सर अजनबी लोगों का आना-जाना लगा रहता था, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि मामला इतना गंभीर और घिनौना होगा।
🔸 कानूनी सख्ती और समाज की जागरूकता ज़रूरी
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि समाज में आज भी ऐसे कई कोने हैं जहां बच्चियों की ज़िंदगी नरक से बदतर बना दी जाती है। ज़रूरत है कि कानून सख्ती से अपना काम करे, और समाज में जागरूकता फैलाई जाए ताकि ऐसे मामलों की रिपोर्टिंग तुरंत हो सके और मासूमों को समय रहते बचाया जा सके।
🔸 पुलिस की टीमें जुटी हैं: जल्द होंगे सभी आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमों को रवाना कर दिया गया है। जल्द ही पूरा गिरोह पुलिस की गिरफ्त में होगा। बच्ची को फिलहाल संरक्षण गृह में भेज दिया गया है, जहां उसकी काउंसलिंग कराई जा रही है और उसका इलाज जारी है।
यह मामला केवल एक बच्ची का नहीं है, बल्कि पूरे समाज की चेतना को झकझोर देने वाला है। अगर आपके आसपास कोई बच्चा परेशानी में नजर आए या कुछ असामान्य गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। एक सही कदम किसी मासूम की ज़िंदगी बचा सकता है।