लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यालय पर सोमवार को महिला सभा की राज्य और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बेहद खास रही। इस मीटिंग में सपा अध्यक्ष Akhilesh Yadav ने अपनी राजनीति का नया एजेंडा पेश किया और 2027 विधानसभा चुनाव के लिए महिला मोर्चा को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश दिया। लेकिन इस बार बात केवल संगठन की नहीं, बल्कि उस दर्द की थी जो महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न, झूठे मुकदमों और बढ़ते अपराधों की वजह से गहराता जा रहा है।
योगी सरकार पर तीखा वार: “महिलाएं सुरक्षित नहीं, अपराध छुपाए जा रहे हैं”
अखिलेश यादव ने महिला कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश की महिलाएं सबसे ज्यादा डरी हुई हैं। “बीजेपी की सरकार अपराधों को दबाने में लगी है। महिला उत्पीड़न की घटनाएं दिन-ब-दिन बढ़ रही हैं, लेकिन सरकार आंकड़ों की बाजीगरी दिखा रही है। पुलिस व्यवस्था पूरी तरह से राजनीतिक हो चुकी है। महिलाओं पर झूठे मुकदमे थोपे जा रहे हैं,” उन्होंने आरोप लगाया।
स्त्री समृद्धि सम्मान योजना का ऐलान: हर महिला को हर महीने ₹3000
इस दौरान अखिलेश यादव ने अपनी सरकार बनने पर एक बड़ी योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार आने पर ‘स्त्री समृद्धि सम्मान योजना’ लागू की जाएगी, जिसके तहत जरूरतमंद महिलाओं को हर महीने ₹3000 सहायता दी जाएगी।” इस योजना का मकसद है आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को सम्मान और स्वावलंबन की दिशा में ले जाना।
महिला हेल्पलाइन 1090 को सशक्त बनाने का वादा
अखिलेश ने यह भी कहा कि 1090 महिला हेल्पलाइन को फिर से सशक्त और प्रभावी बनाया जाएगा। यह केवल एक हेल्पलाइन नहीं होगी, बल्कि एक ऐसा मंच बनेगा जहां महिलाएं बेझिझक अपनी शिकायतें दर्ज करा सकें और तुरंत मदद मिल सके।
पुलिस और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में कानून का नहीं, सत्ता का राज है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “पुलिस को भाजपा ने माफियागिरी और वोट लूट के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। अधिकारियों का रवैया ‘हार्टलेस’ हो गया है। महिलाएं शिकायत करें तो उन्हें धमकाया जाता है, न्याय की उम्मीद बेमानी हो गई है।”
वहीं चुनाव आयोग को लेकर उन्होंने आरोप लगाया कि वह भाजपा के दबाव में आकर काम कर रहा है। “संविधान की आत्मा को मारा जा रहा है। चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं रहा,” अखिलेश ने स्पष्ट कहा।
ईरान-इजरायल युद्ध पर भारत सरकार से स्पष्ट रुख की मांग
अंतरराष्ट्रीय मामलों पर भी अखिलेश यादव ने टिप्पणी की। उन्होंने ईरान और इजरायल के बीच चल रहे संघर्ष का जिक्र करते हुए भारत सरकार से सवाल पूछा। “बुरे वक्त में अच्छे दोस्त की पहचान होती है। भारत को स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए और युद्ध में फंसे भारतीयों को बचाने के लिए विशेष विमान और राजनयिक भेजे जाने चाहिए।”
2027 मिशन की तैयारियों में महिला शक्ति को बनाया जाएगा केंद्र
बैठक में आए महिला पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा, “2027 का मिशन सिर्फ राजनीतिक बदलाव का नहीं, सामाजिक क्रांति का है। इस बार महिलाएं ही परिवर्तन की सबसे बड़ी वाहक होंगी। हमें गांव-गांव जाकर महिलाओं को जागरूक करना होगा।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि महिलाओं को संगठन के हर स्तर पर प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। पंचायत से लेकर विधानसभा तक महिलाएं निर्णायक भूमिका में होंगी।
बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर: महिला सुरक्षा सिर्फ भाषणों में
सपा नेताओं ने सरकार के नारे “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” पर भी सवाल खड़े किए। “जहां बेटियां खुद सुरक्षित नहीं, वहां विकास का क्या मतलब? भाजपा सरकार ने सिर्फ योजनाओं का ढोल पीटा, जमीनी हकीकत कुछ और है,” एक महिला नेता ने कहा।
महिला उत्पीड़न के मामलों में न्याय की धीमी प्रक्रिया बनी चिंता का विषय
बैठक में यह चिंता भी जाहिर की गई कि महिला उत्पीड़न के मामलों में न्यायिक प्रक्रिया बेहद धीमी है। “एक-एक केस में वर्षों लग जाते हैं, और आरोपी खुलेआम घूमते हैं। यह स्थिति महिलाओं के मनोबल को तोड़ती है,” यह बात कई महिला कार्यकर्ताओं ने एक सुर में रखी।
संगठन को मजबूत करने पर जोर: हर जिले में महिला सम्मेलन
अखिलेश यादव ने बैठक में यह निर्देश भी दिया कि हर जिले में महिला सम्मेलन आयोजित किए जाएं, जहां संगठन की रणनीति के साथ-साथ महिलाओं की जमीनी समस्याओं को भी सुना जाए। उन्होंने कहा कि केवल नारे नहीं, बल्कि मजबूत संगठन और समर्पण से बदलाव आएगा।
अखिलेश का संदेश: “महिलाएं सिर्फ वोट बैंक नहीं, परिवर्तन की धुरी हैं”
अखिलेश यादव का अंतिम संदेश महिला कार्यकर्ताओं के लिए साफ और प्रेरक था। “आप सभी सिर्फ किसी पार्टी की सदस्य नहीं, बल्कि बदलाव की प्रतिनिधि हैं। यूपी की हर महिला की आवाज आपको बननी है। जब महिलाएं जागरूक होंगी, तभी उत्तर प्रदेश बदलेगा।”
निष्कर्ष नहीं, संदेश: अखिलेश यादव ने यह स्पष्ट कर दिया है कि 2027 के मिशन में महिला शक्ति सपा की मुख्य ताकत होगी। ‘स्त्री समृद्धि सम्मान योजना’ और महिला सुरक्षा को लेकर उनके वादे एक ठोस विजन को दर्शाते हैं। वहीं भाजपा सरकार पर उनके आरोप अब सिर्फ विपक्ष की राजनीति नहीं, एक गहरी सामाजिक चिंता का हिस्सा बन चुके हैं।