बरेली के बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार की शाम एक सनसनीखेज मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने लूटपाट करने वाले तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इन बदमाशों की खासियत यह थी कि यह सफेद रंग की कार में यात्रा कर रहे निर्दोष लोगों को लिफ्ट देने के बहाने बिठाते थे, फिर उनके साथ लूटपाट कर उन्हें सुनसान जगहों पर फेंक देते थे।
⚔️मुठभेड़ में चली गोलियां, एक बदमाश घायल, पुलिसकर्मी भी जख्मी
बृहस्पतिवार की शाम करीब छह बजे पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कुआंडांडा तिराहा की ओर से तीन बदमाश सफेद कार में हाईवे की ओर बढ़ रहे हैं। इस सूचना पर इंस्पेक्टर सीपी शुक्ला के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम अलर्ट हो गई और संदिग्ध कार की तलाश में कुआंडांडा चौराहे की तरफ रवाना हुई।
जैसे ही पुलिस ने सफेद कार को आते देखा, उसे रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन बदमाशों ने पुलिस की बात को नजरअंदाज कर कार की रफ्तार बढ़ा दी और तैय्यतपुर गांव की ओर भागने लगे। पुलिस ने भी बिना समय गंवाए पीछा करना शुरू कर दिया और गाँव के पास उन्हें घेर लिया।
इसी दौरान बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। फायरिंग में हेड कांस्टेबल अखलाख को गोली लग गई, जिससे वे घायल हो गए। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई, जिसमें शहवाज अली उर्फ अली खान को बाएं पैर के घुटने पर गोली लगी और वह मौके पर ही गिर पड़ा। अन्य दो साथी बदमाश – सिकंदर (निवासी पूरनपुर, राजागंज) और अमन संभारी (निवासी अहमदनगर) को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया।
🚓लूटपाट का पूरा नेटवर्क हुआ बेनकाब, वाहन व हथियार भी जब्त
पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से एक सफेद रंग की कार, नौ हजार रुपये नकदऔर तीन देसी तमंचे बरामद किए हैं। पकड़े गए तीनों बदमाशों के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब इनके पुराने अपराधों और नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है।
➡️बदमाशों की पहचान:
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शहवाज अली उर्फ अली खाननिवासी थाना पूरनपुर, राजगंज, जिला पीलीभीत
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सिकंदरनिवासी पूरनपुर, राजागंज
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अमन संभारीनिवासी अहमदनगर
👥पुलिस की सतर्कता और सूझबूझ ने टाली बड़ी आपराधिक घटना
इंस्पेक्टर सीपी शुक्ला के नेतृत्व में जिस प्रकार पुलिस ने सूचना मिलने के बाद त्वरित प्रतिक्रिया दी और घेराबंदी कर मुठभेड़ को अंजाम तक पहुंचाया, वह निश्चित रूप से प्रशंसा के योग्य है। यदि यह बदमाश बच निकलते तो आने वाले समय में किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते थे।
बरेली पुलिस की इस सफलता ने आम जनता को राहत की सांस दी है, जो अक्सर हाईवे पर सफर के दौरान लिफ्ट के नाम पर ठगी और लूट की घटनाओं से परेशान रहते हैं।
🧠अपराधियों की चालें: कैसे करते थे वारदात?
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि यह गैंग हाईवे पर खड़े यात्रियों को निशाना बनाते थे। सफेद कार में सवार ये बदमाश बेहद सभ्य अंदाज में खुद को आम यात्री बताकर लिफ्ट की पेशकश करते थे। जैसे ही शिकार कार में बैठता, वे उसे सुनसान जगह पर ले जाकर नकदी, मोबाइल और अन्य कीमती सामान लूट लेते। विरोध करने पर मारपीट तक कर डालते थे।
इनकी कार एक सामान्य प्राइवेट वाहन जैसी दिखती थी जिससे लोग धोखा खा जाते थे।
⚠️यात्रियों को लिफ्ट देने और लेने से पहले सावधानी जरूरी
इस घटना ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि अजनबियों की कार में लिफ्ट लेना बेहद खतरनाक हो सकता है। खासकर हाईवे या अर्ध-शहरी क्षेत्रों में चल रहे लूटपाट के गिरोह लोगों की मासूमियत का फायदा उठाते हैं। पुलिस ने भी आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान वाहन में बैठने से पहले उसके नंबर, ड्राइवर और अन्य सवारियों की जानकारी अवश्य लें।
👮बरेली पुलिस की सक्रियता से बढ़ा भरोसा, अपराधियों में खौफ
पिछले कुछ महीनों में बरेली पुलिस द्वारा की गई यह तीसरी बड़ी मुठभेड़ है जिसमें लूट, हत्या और डकैती जैसे मामलों में लिप्त अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। इन कार्रवाइयों से यह साफ संकेत गया है कि अब अपराधियों की खैर नहीं।
बरेली पुलिस ने न सिर्फ अपने साहस का परिचय दिया, बल्कि आम जनता को भी एक स्पष्ट संदेश दिया है – अपराधी अब कानून से नहीं बच सकते।
💡पुलिस की अपील: जागरूक रहें, सतर्क रहें
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सफर के दौरान सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। साथ ही पुलिस ने यह भी कहा है कि इन बदमाशों से लुटे गए लोगों की पहचान की जा रही है ताकि उनकी सम्पत्ति वापस दिलाई जा सके।
📌अब आगे क्या?
पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ जारी है और पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि कहीं ये गिरोह किसी बड़े नेटवर्क से तो नहीं जुड़ा था। इसके अलावा पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इनकी सफेद कार का इस्तेमाल और किन वारदातों में हुआ है।
बरेली की यह घटना न सिर्फ प्रशासन की सतर्कता का प्रमाण है, बल्कि आम लोगों के लिए भी एक चेतावनी है कि हर लिफ्ट सुरक्षित नहीं होती।
बरेली में कार लिफ्ट के नाम पर लूटपाट करने वाले शातिर बदमाशों की गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मुठभेड़ में घायल बदमाश और पकड़े गए अन्य दो आरोपी फिलहाल पुलिस की कस्टडी में हैं। उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है और उम्मीद की जा रही है कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों तक भी पुलिस जल्द पहुंच जाएगी।