Shahjahanpur जिले के खुटार कस्बे की मेन रोड पर बुधवार को एक मामूली विवाद ने ऐसा हिंसक रूप ले लिया कि पूरा बाजार दहशत में आ गया। रोड पर पिलर बनाने को लेकर शुरू हुई बहस देखते ही देखते पथराव और मारपीट में तब्दील हो गई। दुकानों के शीशे टूटे, बाइकें क्षतिग्रस्त हुईं और आमजन में अफरा-तफरी मच गई।
बेकरी मालिक और रेडीमेड व्यापारी के बीच शुरू हुआ विवाद
पूरा घटनाक्रम उस समय शुरू हुआ जब बेकरी व्यवसायी आसिफ अली ने अपनी दुकान के सामने रोड पर एक जर्जर छज्जे के लिए पिलर बनवाने का कार्य शुरू किया। इसी दौरान पास में रेडीमेड कपड़े बेचने वाले नौशाद अली ने इसका विरोध किया। नौशाद का कहना था कि रोड पर अवैध निर्माण से रास्ता बाधित होगा और यह नगर पंचायत के नियमों के खिलाफ है।
दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज और मारपीट
नौशाद के विरोध पर आसिफ भड़क उठे और दोनों के बीच कहासुनी गाली-गलौज में बदल गई। स्थिति को संभालते हुए पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई, जहां नगर पंचायत अध्यक्ष मैना देवी के प्रतिनिधि रवि सिंह ने हस्तक्षेप कर आपसी समझौता कराया। लेकिन विवाद यहीं नहीं रुका।
दोपहर बाद फिर भड़की चिंगारी, बना बवाल
समझौते के बावजूद जब दोपहर बाद आसिफ अली ने दोबारा रोड पर पिलर डालने की कोशिश की, तो नौशाद अली और उनके सहयोगियों को गुस्सा आ गया। दोनों पक्षों के समर्थक बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे और फिर जो हुआ वो पूरे खुटार बाजार ने देखा।
दुकानों पर हमला, बाइकें टूटीं, CCTV कैमरे भी नहीं बचे
बवाल के दौरान आसिफ अली की बेकरी दुकान का काउंटर, शीशे, CCTV कैमरे और कई अन्य सामान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। दुकानों के सामने खड़ी बाइकें भी तोड़ दी गईं। कई दुकानदारों ने डर के मारे अपनी दुकानें बंद कर दीं।
पुलिस पहुंची मौके पर, सात उपद्रवी हिरासत में
हंगामे की खबर मिलते ही थाना प्रभारी राजेंद्र रावत भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और सात उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला किया और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आधे घंटे तक थमा यातायात, राहगीर रहे दहशत में
पथराव और हिंसा के कारण मेन रोड पर आधे घंटे तक पूरी तरह यातायात बाधित रहा। राहगीरों को जान बचाकर इधर-उधर भागना पड़ा। बाजार में अफरातफरी का माहौल रहा और कई दुकानदारों ने तुरंत अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए।
लोगों की चुप्पी और प्रशासन की लापरवाही से भड़का बवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि सुबह हुए झगड़े के बाद कड़ा कदम उठाया जाता, तो यह दोपहर की घटना नहीं होती। कई लोगों ने चुपचाप सब देखा लेकिन किसी ने पहले पुलिस को सूचना नहीं दी, जिससे स्थिति और बिगड़ती गई।
समझौते के बाद भी नहीं बुझी आग
रवि सिंह द्वारा कराए गए समझौते के बावजूद असली विवाद वहीं का वहीं रहा। दोनों पक्षों की अदावत इतनी गहरी थी कि एक छोटी सी चिंगारी ने पूरे इलाके को जलाकर रख दिया। इस तरह की घटनाएं स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती बनती जा रही हैं।
स्थानीय व्यापारियों में भय का माहौल
पथराव और तोड़फोड़ की इस घटना के बाद खुटार के व्यापारियों में भारी डर का माहौल है। लोगों का कहना है कि कानून का भय न होना ही इस तरह की घटनाओं का मूल कारण है। स्थानीय व्यापार मंडल ने इस घटना की निंदा करते हुए सुरक्षा की मांग की है।
पुलिस ने शुरू की जांच, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे
पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि और दोषियों की पहचान की जा सके। थाना प्रभारी ने स्पष्ट किया कि किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। यह भी आशंका जताई जा रही है कि इस विवाद के पीछे पहले से चली आ रही रंजिश भी हो सकती है।
क्या यह प्रशासन की विफलता का उदाहरण है?
इस पूरे घटनाक्रम ने स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस सड़क पर रोजाना हजारों की संख्या में लोग आते-जाते हैं, वहां अवैध पिलर निर्माण और उससे उपजे विवाद पर समय रहते गंभीरता नहीं दिखाई गई।
स्थानीय निवासियों ने की शांति की अपील
विवाद के बाद स्थानीय बुजुर्गों और गणमान्य लोगों ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने प्रशासन से भी आग्रह किया कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों इसके लिए सख्त निगरानी और कानून का पालन करवाया जाए।
**खुटार कस्बे की इस घटना ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि छोटे से विवाद को अगर समय रहते नियंत्रित न किया जाए तो वह बड़ी हिंसा का रूप ले सकता है। पुलिस अब सक्रिय है और दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन सवाल उठता है – क्या आने वाले दिनों में ऐसा कुछ दोबारा नहीं होगा?**