Uttar Pradesh में एक बार फिर तेज गर्मी की लहर ने दस्तक दे दी है। बीएचयू के मौसम विशेषज्ञ प्रोफेसर के मुताबिक अगले 3 से 4 दिनों के भीतर तापमान में 4 से 6 डिग्री तक बढ़ोतरी होगी, जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में हीट वेव की स्थिति और गंभीर हो जाएगी। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले 48 घंटों में पूर्वी और पश्चिमी यूपी के 17 जिलों में येलो अलर्ट जारी कर सतर्क रहने की सलाह दी है। तापमान कई जिलों में 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जिससे आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
शुष्क गर्मी के साथ तेज धूप से लोगों की मुश्किलें बढ़ी
7 जून से शुरू होने वाली इस गर्मी की लहर में धूप अपनी पूरी ताकत दिखाएगी। आईएमडी के अनुसार, शनिवार और रविवार को मौसम शुष्क रहेगा और सूरज की तपिश बहुत तेज होगी। कई जिलों में तापमान 42 डिग्री के पार चला जाएगा, वहीं 9 जून को 17 जिलों के लिए विशेष येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। लोग खासतौर पर बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाएं इस दौरान सावधानी बरतें, क्योंकि लगातार तेज गर्मी से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
पश्चिमी यूपी से लेकर पूर्वी यूपी तक हीट वेव की मार
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में शुक्रवार को सबसे अधिक तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, वहीं वाराणसी, बहराइच, प्रयागराज, मुरादाबाद, झांसी और आगरा जैसे प्रमुख शहरों में भी तेज गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। लखनऊ में भी तापमान लगभग 39.7 डिग्री तक पहुंच गया है। इसी बीच, मेरठ में हवा की गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 174 पर पहुंच गई है, जो कि स्वास्थ्य के लिए चिंताजनक स्तर को दर्शाता है।
गर्मी बढ़ने के पीछे पछुआ हवाओं का बड़ा हाथ
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर ने बताया कि प्रदेश में गर्म सतही पछुआ हवाएं चल रही हैं, जिनकी वजह से तापमान में तीव्र उछाल देखने को मिल रहा है। अगले कुछ दिनों तक ये हवाएं गर्मी को और बढ़ाएंगी, लेकिन 10 जून के बाद एक नया वेदर सिस्टम सक्रिय होगा, जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है। इस बारिश के बाद तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखने को मिलेगी, जो थोड़ी राहत देगी।
बारिश की हल्की बूंदें गाजीपुर, कानपुर और लखीमपुर खीरी में आईं
गर्मी की मार के बीच शुक्रवार को गाजीपुर में हल्की बारिश हुई, जबकि कानपुर और लखीमपुर खीरी में बादलों की आवाजाही देखी गई। इन इलाकों में हल्की बूंदाबांदी ने कुछ हद तक मौसम को ठंडा किया, लेकिन प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अभी भी तेज धूप से राहत नहीं मिली है।
हीट वेव के चलते स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड में
तेज गर्मी के चलते स्वास्थ्य विभाग ने भी अलर्ट जारी किया है। उन्होंने लोगों को तेज धूप में बाहर जाने से बचने, खूब पानी पीने और हल्का, आरामदायक भोजन करने की सलाह दी है। विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और अन्य संवेदनशील वर्गों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
UP में हीट वेव का इतिहास और इसका असर
उत्तर प्रदेश में हीट वेव की समस्या हर साल गर्मियों में देखने को मिलती है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसकी तीव्रता और अवधि दोनों बढ़ी है। इससे कृषि, स्वास्थ्य और जनजीवन पर गंभीर असर पड़ता है। किसानों की फसलें बर्बाद हो जाती हैं, बिजली की मांग बढ़ जाती है और अस्पतालों में गर्मी से संबंधित बीमारियों के मरीजों की संख्या में इजाफा होता है। इस बार का हीट वेव भी कई रिकॉर्ड तोड़ सकता है, इसलिए प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
मौसम विभाग के निर्देशों का पालन क्यों जरूरी?
मौसम विभाग के अनुसार, हीट वेव के दौरान सावधानी न बरतने से हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, थकान, और त्वचा संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसलिए घर से बाहर निकलते वक्त धूप से बचाव के लिए छाता या टोपी का प्रयोग करें, हल्का कपड़ा पहनें, और दिन के तेज गर्मी वाले समय में बाहर जाने से बचें। इसके साथ ही, अधिक से अधिक पानी पीना बेहद जरूरी है ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
समय रहते जागरूकता जरूरी
यह गर्मी का प्रकोप अगले कुछ दिनों तक जारी रहने वाला है। इसलिए राज्य सरकार, स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे। आम जनता को भी इन अलर्ट्स को गंभीरता से लेना चाहिए और आवश्यक सतर्कता बरतनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश में बढ़ती गर्मी ने एक बार फिर से हालात को गंभीर बना दिया है। आने वाले दिनों में तापमान में भारी बढ़ोतरी और हीट वेव की संभावना को देखते हुए सभी को सावधानी बरतनी होगी। गर्म सतही पछुआ हवाओं के कारण पारा 45 डिग्री के पार पहुंचने वाला है, इसलिए खुद को धूप से बचाएं और स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें। बारिश के आने के बाद थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन तब तक यह गर्मी लोगों के लिए कड़ी चुनौती बनेगी।